मूवी रिव्यू : सिख समुदाय द्वारा देशभक्ति की भावना को दर्शाती केसरी ….
मूवी : केसरी
डायरेक्टर : अनुराग सिंह
कलाकार : अक्षय कुमार, परिणीती चोपड़ा
शैली : एतिहासिक ड्रामा
रेटिंग : स्टार
फिल्म समीक्षा : आरती सक्सेना , एडिटर अमित बच्चन
देश भक्ति का जज्बा चाहे कितना ही पुराना हो लेकिन वो आम लोगो के दिल से जुड़ा रहता है । यही वजह है कि आज की व्यस्त जिंदगी मे भी जब कि लोग अपनी जिंदगी मे ज्यादा उलझे हुए है ऐसे वातावरण मे भी देश भक्ति से जुड़ी कोई फिल्म आती है तो आम आदमी ना सिर्फ जागरूक होता है बल्कि अपने देश के प्रति पुरी तरह समर्पित हो जाता है उसकी खास वजह ये भी है कि जिस तरह हम चाहे जंहा रहे कही ना कही अपने परिवार से जुड़े रहते हैं ठीक उसी तरह हम हिन्दुस्तानी पुरी दुनिया मे चाहे जंहा रहे देश भक्ति की भावना से हमेशा जुड़े रहते हें इसी के चलते जब केसरी जैसी देश भक्ति से सरोबार फिल्म आती है तो सारे हिन्दुस्तानी भाव विभोर हो जाते है। अक्षय कुमार की सिख समुदाय को समर्पित फिल्म केसरी की कहानी उन 21 बहादूर सिखो की कहानी है जो सर कटाने को तैयार थे लेकिन सिर झुकाने को तैयार नही थे। जिसके चलते ये 21 सरदार अंजाम की परवाह किये बिना 10 हजार अफगानियो से भिड़ गये और आखिरी सांस तक लड़े । केसरी की ऐसी ही दिलचस्प कहानी लेकर आये है डायरेक्टर अनुराग सिंह । और जिसे चरितार्थ किया है एक्टर अक्षय कुमार और 20 सरदारो ने ।
कहानी —- फिल्म की कहानी 1897 मे हुई सारागढी की युघ्द की है जंहा पर 21 सिख सरदारो ने 10 हजार अफगानियो का डटकर सामना किया था और अपनी आखिरी सांस तक अफगानियो को ना सिर्फ अपने किले तक आने से रोके रखा था । बल्कि कई हजारो को अकेले 21 सरदारो ने मार भी गिराया था । हालाकि इस लड़ाई मे सारे सरदार मारे गये थे लेकिन 21 सरदारो की बहादूरी की कहानी आज भी इतिहास के पन्नो मे सुनहरे अक्षरो से लिखी जाती है।
डायरेक्शन —— फिल्म का डायरेक्शन अनुराग सिंह ने किया है जिनकी हिन्दी फिल्मो मे यह पहली फिल्म है । अनुराग सिंह ने अपना डायरेक्शन पूरी ईमानदारी से टू दी प्वाइंट किया है लेकिन चुकि फिल्म की कहानी बहुत ही छोटी थी इस लिये फिल्म कही कही ना सिर्फ ढीली पड़ रही थी । बल्कि सीन भी रिपीट लग रहे थे। लेकिन ओवर एंड ऑल अनुराग ने फिल्म का हर सीन बहुत ही अच्छे से दर्शाया है उन्होंने कही भी कोई भी दृष्य जबरदस्ती ठूसने की कोशिश नही की है इस लिये युध्द की पृश्ठभूमि पर ही आधारित फिल्म तनाव पूर्ण माहोल बनाये रखती है ।
अभिनय —- अभिनय की अगर बात करे तो साल मे चार पांच हिट फिल्मे देने वाले अक्षय कुमार अब अभिनय मे पूरी तरह मंझ चुके है और अपना हर किरदार बखुबी और पूरी गंभीरता से निभाते हैं। इसी के चलते केसरी मे ईश्वर सिंह का किरदार अक्षय कुमार ने पूरी ईमानदारी से निभाया है । अक्षय इसमे गंभीर किस्म के देशभक्ति से परिपूर्ण सिख के रूप में नजर आये हैं । सिख ईश्वर सिंह का किरदार अक्षय कुमार ने बहुत ही अच्छे से निभाया है । उनका साथ दे रहे बाकी 20 सरदारो ने भी अपने अपने किरदार के साथ पूरी तरह न्याय किया है । परिणीती चोपड़ा ईश्वर सिंह अर्थात अक्षय कुमार की पत्नी के रूप मे नजर आई है उनका किरदार काफी छोटा है लेकिन उन्होने भी अपना किरदार खुबसूरती से निभाया है । परिणीती पूरी तरह पंजाबन लगी है।
संगीत —- फिल्म की कहानी के मुताबिक फिल्म के गाने भी देशभक्ति से भरपूर है जो बहुत ज्यादा प्रभावित नही करते । बहरहाल फिल्म का बेकग्राउड म्यूजिक बहुत अच्छा बन पडा है ।
फिल्म देखे या ना देखे —- हालाकि फिल्म मे मनोरंजन या नाच गाना आदि नही है फिर भी ये फिल्म एक बार देखने लायक जरूर है क्योकि देशभक्ति से भरपूर ये फिल्म आम लोगो को हमारे वीर जवानो की उस देशभक्ति की याद दिलायेगी जिसे पाने के लिये इन सिखो ने अपनी जान की परवाह भी नही की थी। और अपनी पगडी उतारने के बजाय अपना सिर कटाना ज्यादा बेहतर समझा था । यही वजह है कि आज भी इतिहास के पन्नो मे इन सिखो की बहादुरी का जिक्र है लिहाजा हमे ऐसे बहादुरो पर बनी फिल्म को एक बार तो देखना ही चाहिये । यह फिल्म आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ भी देख सकते हैं । क्योकि इसमे वह सब कुछ है जो एक अच्छी फिल्म मे होता है।