आ गया हीरो पूरी तरह गोविंदा स्टाइल फिल्म है ज्यादा दिमाग मत लगाइयेगा

Govinda2गोविंदा बालीवुड के हीरो नंबर वन चर्सटाइल मल्टीटेलेन्टेड गोविंदा करीबन 15 सालो बाद बतौर लीड हीरो फिल्म आ गया हीरो लेकर आ रहे हैं । खास बात ये भी है कि गोविंदा अपने प्राडक्षन हाउस के तहत इस फिलम के निर्माता भी है। वैसे गोविंदा ने अपने कैरियर मे 90 दशक की हिट फिल्मो के बाद लंबा ब्रेक लिया था । क्येाकि वो राजनीति मे चले गये थे उसके बाद गोविंदा फिल्मो मे वापस भी आये तो करैक्टर रोल मे पार्टनर, भागमभाग, आदि कई फिल्मो मे गोविंदा ने अपने सशक्त अभिनय की छाप तो छोडी लेकिन किसी भी फिल्म मे गोविंदा मे नंबर वन वाली बात नजर नही आई। अब काफी अरसे बाद गोविंदा एक बार फिर अपने फुल फ्लैश टपोरी स्टाइल वाले अंदाज मे आ गया हीरो लेकर आ रहे हैं जो कि 3 मार्च को रिलीज होने जा रही हैं ।गोविंदा इस फिल्म को लेकर कितने एक्साइटेड हैं ? गोविंदा टाइप फिल्म करने मे उन्होने इतना समय क्यो लगा दिया ? इस फिल्म आ गया हीरो को लेकर गोविंदा का क्या कहना है ? ऐसे ही कई सवालो का जवाब दिया गोविंदा ने खास बातचीत के दौरान …

गोविंदा जी आप करीबन 15 सालो बाद अपनी नई आने वाली फिल्म आ गया हीरेा के जरिये मुख्य भुमिका मे नजर आने वाले हैं लिहाजा इस फिल्म ko लेकर आप क्या कहेगे ?

आप सच कह रही हैं 15 साल बाद आपको पुराना गोविंदा नजर आयेगा। ये फिल्म पूरी तरह गोविंदा स्टाइल फिलम है जिसमे नाच गाना इमोशन एक्शन कामेडी सब कुछ है । उम्मीद है दर्शको को पंसद आयेगी। बस ज्यादा दिमाग लगा कर फिल्म मत देखियेगा । इस फिल्म मे मैने एक्शन दृष्य भी किये हैं जो काफी टफ हैं ,वो क्या है ना जब बतौर निर्माता अपना ही पैसा लगा होता है तो एक्शन फाइट सब कुछ आराम से हो जाता है।

बतौर हीरो आ गया हीरो के ट्रेलर मे आप पहले वाले गोविंदा नजर आ रहे हैं । लोग आपको लेकर कांफीडेट हैं लेकिन लगता है आप खुद कांफीडेंट नही है अपने आप को लेकर । क्या आपको बतौर मेन लीड आकर असफल होने का भय है ?

हां चुकि मै 15 सालो बाद वापस अपने स्टाइल मे आ रहा हूं सो नर्वस तो हूं ही । भय भी है कि आज के दर्शक मुझे पता नही पंसद करेगे की नही । दरअसल जब मै हिट था उस वक्त राजनीति मे चला गया । राजनीति मुझे रास नही आई तो वंहा से भी निकल गया । आज मै जब अपने आप केा लेकर डरा हुआ हूं तो ये भय ही हमसे अच्छा काम करवाता है । देखा जाए तो भय ही अच्छे कर्म की नीव है। जब मम्मी की मौत हुई थी उस वक्त भी मै बहुत डरा हुआ था कि मै सारा घर बार कैसे संभालुगा । उस वक्त मुझे जिम्मेदारी का भय था । लेकिन उसी भय के कारण मैने अपना परिवार सही ढंग से संभाल लिया । कहने का मतलब ये है कि जब हम भय से आगे निकलते हैं तो जीत से सामना होता है।

Govinda1आ गया हीरो की अन्य कास्ट और क्रू के बारे मे बतायेगे ?

फिल्म का डारेक्शन दीपांकर सेनापति ने किया है। संगीत समीर का है फिल्म के अन्य कलाकार आशुतोष राणा ,मुरली शर्मा ,मकरदं देशपांडे ,रिचा चडडा , चंद्रचूड़ सिंह और जूही खान ।

इस फिल्म मे आपने पुलिस आफिसर की भुमिका निभाई हैं । इससे पहले भी आप काफी फिल्मो मे पुलिस इंस्पैक्टर की भुमिका निभा चुके हैं इसमे बतौर पुलिस आफिसर आप क्या अलग कर रहे है

ये एक ऐसा पुलिस आफिसर है जो मस्खरा है फिल्मो है अपनी बात अलग स्टाइल मे पेश करने की आदत है इसे पूरी तरह फ़िल्मी है लेकिन इसी फ़िल्मी स्टाइल मे बड़ी बड़ी बात बहुत ही सादे तरीके से कह जाता है। इसकी इच्छा शक्ति और कल्पना शक्ति बहुत मजबूत हैं इस लिये ये हर काम अपने स्टाइल मे पूरा करता है ये एक ऐसा पुलिस आफिसर है जो सबकेा प्यारा है।

आपने इस फिल्म मे 90 का ही तड़का लगाया है जब कि आज फिल्मो का दौर काफी अलग है । तो ये आपकी इमेज की डिमांड थी या कहानी की डिमांड थी ? किस तरह का मसाला है इस फिल्म मे ?

आप दोनो भी कह सकते हैं । सच बात ये है कि मै दक्षिण से बहुत प्रभावित रहा हूं मेरी उस दौरान की सभी फिल्मे जैसे शोला और शबनम ,आंखे ,राजाबाबू, सभी दक्षिण के स्टाइल की ही फिल्मे थी मेरा नाम गोविंदा भी दक्षिण का ही दिया हुआ हे उस दौरान मै और सलमान बात किया करते थे कि दक्षिण केा मुंबई इंडस्टी मे लाना चाहिये । मुझे ऐसा करने मे काफी समय लग गया लेकिन सलमान खान और अक्षय कुमार ने अपने प्रोडक्शन हाउस मे साउथ की कई रिमेक फिल्मे बनाई है । मैने अब काफी देर से अपना प्रोडक्शन हाउस खोला है और मै दक्षिण की स्टाइल की फिल्मे बनाने जा रहा हूं। जो मेरी फिल्मे 90 के दर्शक मे हिट हुइ् हैं। जंहा तक किस तरह का मसाला की बात है तो किस तो नही है फिल्म मे मसाला जरूर है।

आपने फिल्मो का टाइटल आ गया हीरो रखा है क्या आप हीरो टाइटल को लकी मानते हैं ?

हां मेरे लिये हीरो टाइटल हमेशा से लकी रहा है । इस लिये मैने फिल्म का नाम आ गया हीरो रख दिया ।

आपकी फिल्म मे अभिशेक कृश्णा भांजे को चांस नही दिया। वो भी अच्छे एक्टर हें ?

जब मै विरार से एक्टिंग करने निकला था उस वक्त मै अकेला निकला था। मेरी मां की कृपा से फिर हमारे परिवार मे कई सारे एक्टर हो गये । अब मै एक बार फिर खुद के प्रोडक्शन हाउस के साथ फिल्म निर्माण मे निकला हूं तो आगे अभिशेक और बाकी भी फैमिली के कलाकार इसमे साथ आ जायेगे ।

क्या इस फिल्म के बाद भी आप इसी तरह की मेन लीड वाली दुसरी फिल्म भी करेगे ?

वैसे तो हमारी दो फ़िमो की प्लानिंग है । आ गया हीरेा के बाद माइंडब्लोइंग फिल्म बनाने का इरादा है। बाकी दर्शको की पंसद पर निर्भर करता है अगर ये फिल्म तरक्की करेगी तो आगे भी फिल्म बनाते रहेंगे ।

आपके हिसाब से असली हीरो कौन है ?

जिस आदमी मे कुछ खास हेाता है वो लोगो से अलग होता है जो सही निर्णय सही सोच के साथ सही वक्त पर लेता है जिसकी इच्छा शक्ति और कर्म शक्ति बहुत मजबूत हेाती है वही सही हीरेा होता है ।

क्या राज नीति मे आकर आपने अपने मक्खरेपन को खो दिया ?

हां आप बिल्कुल सच बोल रही है । राजनीति मे आने के बाद मै पुराने मस्खरे गोविंदा को बहुत मिस करता हूं। राजनीति का मेरा अनुभव इतना खराब रहा कि मै चाह कर भी पुराना गोविंदा नही बन पा रहा हूं अब मस्खरे पन के बजाय प्रवचन देना शुरू कर देता हूं बड़े बुजुर्गो की तरह। लेकिन अब मै धीरे धीरे अपने मे बदलाव ला रहा हूं। मैने काफी हद तक वजन कम भी कर लिया है

बतोर निर्माता और बतौर हीरो एक साथ फिल्म निर्माण करना कितना आसान कितना मुश्किल है ?

फिल्म अभिनय ऐसी चीज है जिसमे तुम कुछ और शामिल नही कर सकते। भले ही मे इस फिल्म का निर्माता हूं लेकिन जब मै कैमरे के सामने होता हूं तो ये भूल जाता हूं कि मै निर्माता भी हूं बस उस वक्त अपने आप का एक्टर ही मानता हूं ।

आरती सक्सेना पत्रकार मुंबई




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